12 दिसंबर, 2016
आजकल अपने प्रधानमंत्री जी बड़े मजबूर नजर आते हैं। कह रहे हैं लोकसभा में उनको बोलने नहीं दिया जाता। स्वघोषित एवं भाजपाई-घोषित सबसे निडर और फौलादी जिगरे वाले व्यक्ति का ये हाल है तो दूसरे लोगों का क्या होगा आसानी से समझा जा सकता है।
कौन है जो प्रधानमंत्री जी को बोलने से रोक रहा है ? मोदी जी, लोकसभा में आपकी अपनी पार्टी के 280 के करीब सांसद हैं। 340 के करीब सांसद हैं, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के। फिर भी आपको रोका जा रहा है बोलने से ? यदि आपके साथ अन्याय हो रहा है तो लोकसभा अध्यक्षा से शिकायत कर सकते हैं। उनकी जिम्मेदारी है कि सदन के किसी सदस्य के साथ अन्याय न हो। आप तो वैसे भी सदन के नेता हैं।
मोदी जी, जनता अब पहले की तरह बेखबर नहीं रही। बहुत ख़बरदार रहने लगी है आजकल। संसद की कार्यवाही का सीधा प्रसारण देखते हैं हम लोग, लोकसभा टीवी और राज्यसभा टीवी पर। लोकसभा तो पिछले दिनों ज्यादातर स्थगित ही होती रही। लेकिन राज्यसभा में बार-बार विपक्ष माँग करता रहा कि प्रधानमंत्री जी सदन में आएँ। लेकिन आप नहीं आए।
एक दिन आए भी, तो लंच ब्रेक के बाद वापस नहीं आए राज्यसभा में। विपक्ष बार-बार माँग करता रहा कि प्रधानमंत्री जी चर्चा के दौरान सदन में उपस्थित रहें लेकिन वित्तमंत्री जी तरह-तरह के तर्क देकर विपक्ष की माँग को ख़ारिज करते रहे। अब मुझ जैसे लोगों के समझ से परे है कि राज्यसभा में जहाँ विपक्ष बहुमत में है, उधर तो आपको बार-बार बुला रहा है और आप जा नहीं रहे। लोकसभा में जिधर सरकार और आपकी पार्टी बहुमत में है, उधर विपक्ष आपको बोलने नहीं दे रहा, ये दावा हमारे गले नहीं उतरता।
कह रहे हैं कि लोकसभा में बोलने नहीं दिया जा रहा तो जनसभा में आया हूँ। बहुत अच्छे। इससे पहले कभी जनसभा में आये ही नहीं हो जैसे कभी। अगर लोकसभा में बयान दे देते तो क्या जनसभा में नहीं आते ?
कवि प्रधानमंत्री तो मिला ही था देश को, अब अदाकार प्रधानमंत्री भी मिल गया है।
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