परसों से ही कुछ लोग दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल जी की लानत-मलामत करने में लगे हैं। जिसको जो मर्जी आये बोले जा रहा है। कोई उन पर आरोप लगा रहा है कि उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत माँगे हैं। कोई कह रहा है कि उन्होंने सेना का अपमान किया है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कल कहा कि केजरीवाल जी ने सबूत मांगने के बहाने सशस्त्र बलों के महान नेतृत्व, साहस और त्याग पर सवाल उठाया है।
कल आम आदमी पार्टी जहाँ पाकिस्तानी दूतावास पर प्रदर्शन कर रही थी, वही भारतीय जनता पार्टी दिल्ली के मुख्यमंत्री के निवास पर प्रदर्शन कर रही थी। ये कैसी राजनीति कर रही है भारतीय जनता पार्टी ? आज जहाँ वक्त की माँग है कि पाकिस्तान के खिलाफ एकजुट होकर उसके दुष्प्रचार का जवाब दें, तो भाजपा आपसी राजनीति में ही उलझी हुई है।
केजरीवाल जी साफ़-साफ़ कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी मानती है कि सर्जिकल हमले सेना ने किये थे। उन्होंने कहा कि "मैंने तो प्रधानमंत्री को सपोर्ट किया था। सेना की तारीफ की थी। मैंने केवल यह कहा था कि पाकिस्तान दुनिया भर में यह झूठ फैला रहा है कि सर्जिकल हमला नहीं हुआ था। हम सभी का मानना है कि सर्जिकल हमले हुए थे।"
अब इसमें सेना से सर्जिकल हमले के सबूत माँगने की बात कहाँ से आती है ? अगर पाकिस्तान के दुष्प्रचार का माकूल जवाब देने की अपील प्रधान मंत्री जी से की जा रही है तो इसमें सबूत माँगने की बात किधर से आ गयी ? जिस वीडियो को लेकर बवाल मचाया जा रहा है उसमें कहीं भी केजरीवाल जी ने सबूत माँगने की बात नहीं की है।
उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि पाकिस्तान सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में दुष्प्रचार कर रहा है इसको बेनकाब करें। इस वीडियो में खूब प्रशंसा की उन्होंने प्रधानमंत्री जी की और भारतीय सेना की। लेकिन भारतीय जनता पार्टी इससे बहुत बौखला गई है और तरह-तरह के आरोप लगा रही है।
बयान कांग्रेस के नेता संजय निरुपम के भी आये थे। लेकिन तगड़ा विरोध सिर्फ और सिर्फ केजरीवाल का ही कर रही है भारतीय जनता पार्टी। क्या भारतीय जनता पार्टी का एक ही मकसद रह गया है, सिर्फ और सिर्फ अरविन्द केजरीवाल को बदनाम करना ?
केजरीवाल जी साफ़-साफ़ कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी मानती है कि सर्जिकल हमले सेना ने किये थे। उन्होंने कहा कि "मैंने तो प्रधानमंत्री को सपोर्ट किया था। सेना की तारीफ की थी। मैंने केवल यह कहा था कि पाकिस्तान दुनिया भर में यह झूठ फैला रहा है कि सर्जिकल हमला नहीं हुआ था। हम सभी का मानना है कि सर्जिकल हमले हुए थे।"
अब इसमें सेना से सर्जिकल हमले के सबूत माँगने की बात कहाँ से आती है ? अगर पाकिस्तान के दुष्प्रचार का माकूल जवाब देने की अपील प्रधान मंत्री जी से की जा रही है तो इसमें सबूत माँगने की बात किधर से आ गयी ? जिस वीडियो को लेकर बवाल मचाया जा रहा है उसमें कहीं भी केजरीवाल जी ने सबूत माँगने की बात नहीं की है।
उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि पाकिस्तान सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में दुष्प्रचार कर रहा है इसको बेनकाब करें। इस वीडियो में खूब प्रशंसा की उन्होंने प्रधानमंत्री जी की और भारतीय सेना की। लेकिन भारतीय जनता पार्टी इससे बहुत बौखला गई है और तरह-तरह के आरोप लगा रही है।
बयान कांग्रेस के नेता संजय निरुपम के भी आये थे। लेकिन तगड़ा विरोध सिर्फ और सिर्फ केजरीवाल का ही कर रही है भारतीय जनता पार्टी। क्या भारतीय जनता पार्टी का एक ही मकसद रह गया है, सिर्फ और सिर्फ अरविन्द केजरीवाल को बदनाम करना ?
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