आज कल एक बात की चर्चा बहुत हो रही है। मोदी जी का सीना नापने की कोशिश कर रहे हैं सभी। जिसको जितनी मर्जी आये बता रहा है।
सीना नपाई का ये मामला नया नहीं है। बात लोकसभा चुनाव 2014 के पहले की है। मोदी जी ने उत्तर प्रदेश में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि गुजरात जैसी प्रगति करने के लिए 56 इंच के सीने की जरुरत होती है।
तभी से सीना नपाई का सिलसिला शुरू हो गया। लगे विरोधी मोदी जी का सीना नापने। एक बार राहुल गान्धी ने जनसभा में कह दिया कि मोदी जी का सीना 56 इंच का नहीं बल्कि 5.6 इंच का है।
उरी हमले के बाद भी मोदी जी के सीने का मामला गरमाया। विरोधी कहने लगे कि 56 इंच का सीना बदला क्यों नहीं ले रहा। 56 इंच का सीना सिर्फ दिखावे के लिए है क्या ?
अब जब से सर्जिकल स्ट्राइक हुआ है, मोदी जी के सीने की चर्चा फिर से शुरू हो गयी है। मोदी समर्थक खूब ललकारने लगे विरोधियों को, कहने लगे कि देखो, ये होता है 56 इंच के सीने का दम। विरोधियों ने भी मोदी जी के 56 इंची सीने की दबी जुबान में ही लेकिन खूब प्रशंसा की।
लेकिन मामला इतना ही रहता तो भी बात ख़त्म हो जाती। कल एक न्यूज चैनेल पर बयान देते हुए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता गिरिराज सिंह कह रहे थे कि मोदी जी का सीना 56 इंच का नहीं बल्कि 66 इंच का है।
अब आज मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने नियंत्रण रेखा के पार हुए सर्जिकल स्ट्राइक की खूब प्रशंसा की। उन्होंने इसके लिए मोदी जी की प्रशंसा करते हुए कहा कि अब मोदी जी का सीना 56 इंच का नहीं बल्कि 100 इंच का हो गया है।
मतलब मोदी जी का सीना फ्लेक्सिबल हो गया है। जिसको जितनी मर्जी हो बता रहा है। लेकिन इन सबके बीच वो बिलकुल चुप है जिसको मोदी जी के सीने की बिलकुल सही सही जानकारी है।
अरे वही, मोदी जी के कपड़े सिलने वाला दर्जी। उसके बयान अभी तक नहीं आये हैं। वही बता सकता है कि मोदी जी का सीना वास्तव में कितना इंच है।
क्या पता कभी मीडिया वाले उसका भी बयान लेने पहुँच जाए। तब तक तो अपने मन से ही नापते रहिये मोदी जी का सीना और बताते रहिये देश और दुनिया को।
( नोट : इसको एक कटाक्ष ही समझा जाए और हँसी-मजाक के तौर पर ही लिया जाए। हमारा उद्देश्य कहीं से भी प्रधान मंत्री जी का अपमान करने का नहीं है और न ही किसी की भावना को आहत करने का है। )
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