हमारे देश में चाहे केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार, कोई भी निर्माण या अन्य कार्य ठेकेदारों के द्वारा करवाती है। इसके लिए पहले कार्य का एस्टीमेट बनाया जाता है। उसके बाद टेंडर निकाला जाता है, और ठेकदार, एस्टीमेट को आधार मानकर अपनी बोली सबमिट करते हैं, उसके बाद न्यूनतम बोली वाले ठेकेदार को कार्य दिया जाता है, लेकिन ऐसा आवश्यक नहीं है। कार्य करवाए जाने के निर्णय से लेकर उसको पूरा करने की लम्बी प्रक्रिया होती है। अगर आप सरकारी काम करना चाहते हैं, जैसे पुल-पुलिया बनाना चाहते हैं, सरकारी भवन का निर्माण करना चाहते हैं, सरकारी प्रोजेक्ट पर काम करना चाहते हैं, सरकारी काम में अपना माल सप्लाई करना हो, अपनी गाड़ी किसी सरकारी दफ्तर में किराये पर लगवानी हो, तो आपको टेंडर भरना होता है। टेंडर भरने के लिए आपको पता होना चाहिए कि जिस विभाग में आपको टेंडर भरना है वह किस वेबसाइट पर निकलता है।
सरकारी टेंडर किसी एक वेबसाइट पर नहीं निकलते हैं, इसके लिए अलग अलग वेबसाइट हैं। हम डिपार्टमेंट के साथ उसकी वेबसाइट का लिंक दे रहे हैं, आप उस पर क्लिक करके उस वेबसाइट पर जा सकते हैं।
- CPWD : केंद्र सरकार के विभिन्न विभाग एवं संस्थान अपने अधिकतर निर्माण सम्बन्धी कार्य केन्द्रीय निर्माण विभाग (CPWD) द्वारा करवाती है, लेकिन ऐसा जरुरी भी नहीं है। कुछ संस्थान दूसरे विभाग द्वारा भी कार्य करवाती है। CPWD के टेंडर Tender Wizard की वेबसाइट पर निकलते हैं।
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