बड़े अल्फाज सम्भाले रखे थे मैंने 5/13/2016 06:20:00 am बड़े अल्फाज सम्भाले रखे थे मैंने No comments 13 मई, 2016 बड़े अल्फाज सम्भाले रखे थे मैंने , तुझसे वक्त - ए - रुखसत अलविदा के लेकिन कमबख्त नज़रों ने सबकुछ बयां कर दिया , जुबान को कुछ कहने का मौका न दिया। Share This: Facebook Twitter Google+ Stumble Digg इसे ईमेल करेंइसे ब्लॉग करें!Twitter पर शेयर करेंFacebook पर शेयर करें
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