25 अप्रैल, 2016
इसी दौरान राजनीतिक दलों को भी अपने स्वार्थ की रोटी को सेंकने का मानों स्वर्णिम मौका हाथ लग गया। कुछ लोग तो न्यायालय भी पहुँच गए इसके खिलाफ। लेकिन जब इसको लागू किया गया तब जनता का भरपूर समर्थन मिला। प्रदुषण में उल्लेखनीय कमी तो आई ही, सड़कों पर जाम से भी भरपूर निजात मिला। निर्बाध रूप से यह प्रयोग सफल हुआ। लेकिन इस दौरान कुछ लोगों के विरोध के कारण भविष्य में इसको लागू करने को लेकर दिल्ली सरकार ने जगह जगह जनसभा करके इस बारे में जनता की राय ली, कुछ लोगों ने अपनी राय ऑनलाइन भी भेजी । जनता का मत बहुत ही उत्साहवर्द्धक रहा। इसको दुबारा 15 से 30 अप्रैल, 2016 तक लागू करने का निश्चय किया गया।